रविवार, 15 अक्तूबर 2023

बाटला हाउस के आतंकी की मौत की सजा उम्रकैद में तब्दील

 

Source: Googel

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने वीरवार,12 अक्तूबर को बाटला हाउस कांड में निचली अदालत के फैसले को पलट दिया है। घटना के मुख्य आरोपी रहे आरिज खान की मौत की सजा को उम्रकैद में तब्दील कर दिया। 2008 में बाटला हाउस में हुए आंतकी घटना के आरोपी रहे आरिज खान को निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। जिसके बाद आरिज ने मौत की सजा को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में अपील की थी। यह अपील मौत की सजा को कम करके उम्रकैद में तब्दील करने की थी।

हाईकोर्ट ने वीरवार को अरजी को स्वीकार करते हुए, मौत की सजा को उम्रकैद में तब्दील कर दिया है। 19 सितंबर 2008 को जब बाटला हाउस सिलसिलावार धमाके से दहल रहा था। तब दिल्ली पुलिस ने कमान सम्भाली थी। इन धमाको में लगभग 30 लोग मारे गए थे। इसी मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर शर्मा भी घायल हुए थे, जिन्होंने बाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। 

 

Source: Googel


गौरतलब है कि जस्टिस सिध्दार्थ मृदुल और अमित शर्मा की पीठ ने आरिज को दोषी ठहराए जाने के ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा, लेकिन फांसी की सजा पर मुहर नहीं लगाई। हाईकोर्ट ने आरिज खान को अजीवन कारावस की सजा दी है। पीठ ने इस मामले में सुनवाई पूरी करने के बाद अगस्त में फैसला सुरक्षित रख लिया था।  

 

न्यूजक्लिक पर छाए काले बादल, सीबीआई का छापा


Source: googel



समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक के मालिक समेत उससे जुड़े पत्रकारों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। चीनी कम्पनियों से पैसे लेकर उनके प्रति एक प्रयोजन के तहत खबर चलाने के आरोप में सबसे पहले प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने मनी लांड्रिग के तहत मामला दर्ज किया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारियां की। अब इस प्रकरण में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो(सीबीआई) ने भी अपनी जांच शुरू कर दी हैं। सैदुलाजाब स्थित न्यूजक्लिक के कार्यालय समेत दो अन्य ठिकानों पर लगभग तीन घंटे तक सीबीआई ने तलाशी ली। सीबीआई ने कई घंटों की पूछताछ में कार्यालय में मौजूद पोर्टल से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों व कंपनी से जुड़े अन्य कर्मियों से भी बातचीत की। न्यूजक्लिक के मालिक समेत अन्य कर्मचारियों के खिलाफ सीबीआई ने विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम के प्रविधानों के उल्लघन के मामले में जांच कर रही है। सीबीआई का कहना है कि, जब भी कोई भारतीय कंपनी किसी विदेशी कम्पनी से फंड लेती है, तो उसे गृह मंत्रालय से लाइसेंस लेना पड़ता है। उसके द्वारा जारी कुछ नियम कानूनों को भी मानना पड़ता है। न्यूजक्लिक ने चीनी कंपनियों से बिना लाइसेंस के करोड़ों रुपए लिए जो एफसीआर का उल्लंघन है। इडी के मुताबिक न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक एक लम्बे अरसे से अवैध रुप से चीन से फडिंग ले रहा था। अब इडी मनी लीड्रिंग के तहत यह पता कर रही है की यह पैसे कहां से कैसे और कितने आते थे और इन पैसों इस्तेमाल कहां-कहां किया गया। दिल्ली की स्पेशल सेल ने बीते दिन तीन अक्टूबर को न्युजक्लिक के कार्यालय समेत उससे जुड़े पत्रकारों व अन्य के 100 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे।

गुरुवार, 5 अक्तूबर 2023

दिल को रखें सम्भाल, नहीं तो हो जाएगें बेहाल

Source: Dainik Jagran 


 

आज बात दिल से दिल की.....क्योंकि आज है, विश्व हृदय दिवस। लेकिन उसके पहले हम बात कर लेते हैं, दिल के क्रियाकलापों की और इस बार के विश्व हृदय दिवस की थीम क्या है? तो इस बार की थीम जो तय की गई है, वह है- हृदय का प्रयोग करें, और हृदय को समझें कुछ लोगों के मन में सवाल आ रहा होगा। कि क्या यह महत्त्तवपूर्ण विषय है। जिस पर चर्चा किया जा सकता है। तो इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि हर एक लाख मौतों में 28 हजार मौतें हृदय रोग से ही हो रही हैं।


कुछ जानकारी अपने दिल के बारें में..

सबसे पहली बात जो हमें जाननी चाहिए.....की हमारा दिल 1 मिनट में लगभग 60 बार धड़कता है, और रोजाना लगभग 1 लाख बार धड़कता है। इसकी एक खास बात और जो हमें जाननी चाहिए कि हमारा दिल 1 मिनट में लगभग 6.8 लीटर रक्त पंप करता है। इसके अलावा अगर हम इसके भार के बारे में बात करें तो महिलाओं और पुरुषों में इसका भार अलग-अलग होता है। पुरुषों में दिल का भार 340 ग्राम वहीं महिलाओं में इसका भार 280 ग्राम होता है।

 

दिल की बिमारी के क्या हैं, मायनें..


एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर हार्ट अटैक से होने वाली 10 में से 4 मौतें 50 साल से कम उम्र के लोगों कि हो रही है। और इसका सबसे बड़ा कारण जो माना गया है। लोगों के खान-पान में हो रहे लगातार परिवर्तन....अनियमित और असमायिक सोने की आदत। लोगों के अनुसार हृदय रोग को पहले बुजुर्गो की बिमारी माना जाता था। लेकिन अब यह बिमारी हर उम्र के लोगों को रही है। अमेरिका स्थित कार्ड़ियो मेटाबोलिक इंस्टीट्युट के रिपोर्ट के अनुसार 2000 से 2016 के बीच, भारत में 2 प्रतिशत  युवाओं में यह बिमारी देंखी गई है।


हार्ट अटैक आने पर क्या करें...

Source: Google 



सबसे पहले आपको मरीज को देख कर घहराना नहीं है। क्योंकि कई बार जल्दबाजी में कई काम गड़बड़ हो जाते है....आप सबसे पहले
एम्बुलेंस को काल करें उसके बाद गाड़ी आने तक आप प्राथमिक उपचार के रुप में मरीज को एस्पिरिन की गोली दें और उसे चबाने के लिए बोलें क्योंकि जब हार्ट अटैक आता है, तो खून के थक्के जमने लगते है। और एस्पिरिन खून का थक्का जमने से रोकती है। इसके अलावा आप मरीज को तुरन्त सीपीआर दें। क्योंकि सीपीआर सांस न ले पा रहे और बेहोश हुए इंसान की जान बचाने में काफी मद्द करता है। 


महराजगंज के गुरुद्वारा का ऐतिहासिक महत्व

Source: Google भारत और पाकिस्तान के बीच स्थित कश्मीर घाटी को अक्सर भारतीय उपमहाद्वीप के मुकुट के रूप में प्रतिष्ठित किया जाता है। अपनी मनमोह...