Source: IIMC Jammu |
भारतीय जन संचार संस्थान के क्षेत्रीय कैंपस जम्मू मे आज यानि 15 सितंबर को सत्रारम्भ का आयोजन किया गया| इसके पहले IIMC के मेन कैंपस दिल्ली मे भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया| जिसमे आज तक की एडिटर इन चीफ अंजना ओम कश्यप ने मुख्य अतिथि के रूप में अपनी भूमिका निभाई थी| उसी परंपरा को निभाते हुए जम्मू में प्रकाशित होने वाले अखबारों के संपादकों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए पत्रकारिता के गुर बताए| इस कार्यक्रम में PIB के Joint Director गुलाम अब्बास, AIR के Former Station Director शमिनदर कुमार, CBC की Dy Director आयुषी पुरी, DD के Former Dy Director संजीत खजूरिया, Digital Entreprenur दिव्यावसू शर्मा और साथ ही साथ IIMC Regional Director प्रोफेसर अनिल सौमित्रा भी मौजूद रहे| कार्यक्रम का आयोजन आए हुए अतिथियों ने दीपप्रज्वलन के साथ किया|
PIB के अस्तित्व में हुआ विस्तार
कार्यक्रम की शुरुआत PIB के Joint Director गुलाम अब्बास के स्पीच से हुई| जहां पर उन्होंने PIB की बढ़ती जिम्मेदारियों और उसके कार्यों मे हो रहे विस्तारों पर चर्चा की| गुलाम अब्बास ने कहा पहले PIB केवल प्रेस रिलीज ही निकलता था। लेकिन अब उसका दायरा बढ़ चुका है, PBI अब सोशल मीडिया और माइक्रोब्लॉगिंग साइट के द्वारा भी जानकारियाँ प्रदान करता है। इसके अलावा उन्होंने एक घटना चक्र का जिक्र करते हुए बतया की पीआईबी ने ही सर्वप्रथम केदारनाथ आपदा की जानकारी एक्स (ट्विटर) द्वारा दी थी। साथ ही साथ गुलाम अब्बास ने संवाद पोर्टल का जिक्र करते हुए कहा की, संवाद पोर्टल भी पीआईबी द्वारा ही बनाया गया है| जहां सरकार द्वारा प्रदत्त जानकारियाँ अपलोड की जाती है। इसके अलावा PIB मीडिया कार्यशाला का भी आयोजन करता है। अखबारों का प्रसार और सत्यापन का कार्य जो पूर्व में आरएनआई के पास था वह अब पीआईबी करता है।
"मन की बात" को भी रेडियो का सहारा लेना पड़ता है
कार्यक्रम के दूसरे वक्ता AIR के Former Station Director शमिनदर कुमार ने रेडियो के मुद्दे पर अपने अनुभवों को साझा करते हुए, छात्रों को पत्रकारिता का इतिहास और उसके भविष्य के बारे में विस्तार से बताया | शमिनदर कुमार ने कहा रेडियो हमेशा से सुनने और सुनाने की परंपरा का पुजारी रहा है| फिर वो चाहे आजादी का दौर रहा हो या फिर आज का| रेडियो ने हमेशा से लोगों की भाषा के अनुकूल ही कार्यक्रमों का आयोजन किया है| शमिनदर कुमार ने जम्मू की डोगरी बोली का जिक्र करते हुए कहा की उस दौर मे जब रेडियो की शुरुआत हुई थी और टेलीविजन जैसा कुछ नहीं होता था| उस समय भी रेडियो ने जम्मू के क्षेत्रीय लोगों के लिए डोगरी भाषा मे कार्यक्रम किए थे|उन्होंने आगे कहा की रेडियो ने हमेशा से शालीनता, अनुसाशन और समय का पाबंधी रहा है| अंत मे उन्होंन प्रधानमंत्री के "मन की बात" की बात का जिक्र करते हुए कहा की लोगों का विश्वास आज भी रेडियो के प्रति कायम है| क्योंकि देश के प्रधानमंत्री भी अपनी बात को जनता तक पहुंचाने के लिए रेडियो का ही सहारा लेते है|
डिजिटल मीडिया मे आत्म निर्भरता का दिया संदेश
Digital Entreprenur दिव्यावसू शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते डिजिटल मीडिया की भूमिका को समझाया| उन्होंने बताया की किस प्रकार से हमे सोशल मीडिया में अपनी बात को प्रमुखता से रखने की आजादी मिली है| फिर वो चाहे यू ट्यूब, फेस्बूक या फिर X हो प्रत्येक सोशल मीडिया का प्रयोग करके हम अपनी बात को आजादी पूर्वक रख सकते है| डिजिटल मीडिया की पहुँच बड़ी है। इसमें जगह की दिक्कत नहीं होती है। लेकिन भ्रामक खबरें बहुत तेजी से फैलती है। जिसके लिए हमने फ़ैक्ट चेकर भी बना रखा है| जहा से कुछ ही समय मे पता चल जाता है| की कोई खबर की कितनी सच्ची है|इसके अलावा उन्होंने अपनी उपलब्धियों को बताते हुए कहा की हमने सोशल मीडिया का प्रयोग करते हुए जम्मू की क्षेत्रीय भाषा डोंगरी को लेकर एक एप लांच किया था| जिसका प्रयोग करते हुए लोगों ने एक हफ्ते के अंदर ही 1 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया था|
खबरों को पेश करने का तरीका बदल गया
DD के Former Dy Director संजीत खजूरिया ने अपनी बात को रखते हुए कहा की पत्रकारिता मे हमेशा इस बात का ध्यान रखें की जो हमे किताबे सिखाती है, उससे ज्यादा हमें अपने अनुभव सिखाते है| इसके साथ ही उन्होंने आज के इसतिहास के बारे मे चर्चा करते हुए कहा की आज का दिन हमारे मीडिया जगत के लिए महत्वपूर्ण है| क्योंकि आज के दिन ही पहली बार छोटे पर्दे पर चलने वाले चलचित्र और आवाज का एक पिटारा देखने को मिला था| इसके अलावा उन्होंने आज के न्यूज चैनलों की तुलना करते हुए कहा की पहले के चैनल कोई भी खबर एक सिम्पल दाल जैसे बनाते थे लेकिन आज के चैनल बिना तड़का लगाए कोई भी ख़बर प्रस्तुत नहीं करते है| और अंत में अपनी बात को खत्म करते हुए संजीत खजूरिया ने कहा की आज के समय मे जीतने भी न्यूज चैनल है, वो सब कही न कही दूरदर्शन की ही संतान है|
CBC की Dy Director ने बताए विज्ञापन के मायने
CBC की Dy Director आयुषी पुरी ने बच्चों को संबोधित करते हुए CBC के बारे में अहम जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने कहा की CBC हमेशा से जमीनी स्तर पर काम करता है| यह हमेशा पंचायत लेवल पर काम करता है। इसके अलावा उन्होंने विज्ञापन के बारे में अहम जानकारी देते हुए कहा कि टेलीविजन और अखबार की दुनिया में विज्ञापन लिंक का काम करता है। जो दोनों के बीच में सामंजस्य स्थापित करता है।